यूपीएससी साक्षात्कार (Interview) के दौरान अपनी शारीरिक भाषा कैसी रखें।
आईएएस साक्षात्कार में अपनी शारीरिक भाषा कैसी रखें।
“Your body communicates as well as your mouth. Don’t contradict yourself.” – Allen Ruddock
उम्मीदवार पहले यूपीएससी प्रीलिम्स और उसके बाद मेन्स परीक्षा और अन्त में यूपीएससी बोर्ड साक्षात्कार का के लिये अर्हता प्राप्त करते है। यह आईएएस परीक्षा का सबसे महत्वपूर्ण चरण या हिस्सा माना जा सकता है, क्योंकि भले ही आप यूपीएससी बोर्ड के सदस्यों द्वारा पूछे गए सभी सवालों के जवाब जानते हों, लेकिन यदि आप उनके उत्तर तर्कसंगत या ठीक से नहीं दे पाते तो यह आपकी बहुत ही असंतुष्ट छवि को दर्शाता है और संभावना है कि आपको अस्वीकार कर दिया जाए। यूपीएससी बोर्ड एक आश्वस्त और पेशेवर उम्मीदवार को एक प्रशासनिक अधिकारी के रूप में नियुक्त करने की तलाश करता है। बोर्ड एक उम्मीदवार में ऐसे व्यक्तित्व की भी तलाश करते हैं जो आसानी से भ्रमित या विचलित नहीं होते, और जो आपातकाल या दबाव की परिस्थिति को अपने व्यक्तित्व तथा व्यवहार में दिखने नहीं देते हैं।
इसलिए, आपके लिए यह महत्वपूर्ण है कि आप उस व्यक्ति की छवि को चित्रित करें जिसे स्वयं पर पूरा विश्वास हो क्योंकि एक सिविल सेवक या राजनयिक होना कोई आसान कार्य नहीं है और भविष्य के अधिकारी के रूप में आपको यूपीएससी के साक्षातकार पैनल में अपने आत्मविश्वास का परिचय देना होगा। शारीरिक भाषा एक दर्पण की तरह है जिसके माध्यम से एक अनजान व्यक्ति आपके चरित्र के बारे में बता सकता है। अतः, सही शारीरिक भाषा (Body Language) में विकास करें ताकि आप अपने यूपीएससी व्यक्तित्व परीक्षण के दौरान सकारात्मक माहौल पैदा कर सकें। इस लेख के जरिये हम आपको आईएएस साक्षात्कार के दौरान व्यवहार करने के बारे में कुछ सुझाव देंगे।
अपने आप और अपने ज्ञान में विश्वास (Self Belief)
अपने ज्ञान और अपनी पृष्ठभूमि नाम आदि के साथ तैयार रखें और सैद्धांतिक रूप से उसे जानें, यह आपको आत्मविश्वास देगा। अपने चेहरे पर विश्वास दिखाएं बात करते समय नीचे की तरफ न देखें प्रश्न पूछने वाले व्यक्ति की तरफ देख कर अपने जवाब दें, यह आपके आत्मविश्वास और ऊर्जा को दर्शाता है। यदि आपको किसी सवाल का जवाब नहीं पता है तो ईमानदारी से कहें की मुझे इसके बारे में नही पता, यूपीएससी बोर्ड इसकी सराहना करेगा।
नोट: ज्ञान का अहंकार विफल करने का एक निश्चित-शॉर्टकट तरीका है, अपने ज्ञान पर आश्वस्त रहें, लेकिन नम्र रहें और आदर दिखाएं।
उत्साह की भूमिका (Confidence)
उत्साह का मतलब है कि आपका अपने ध्येय के लिए समर्पित होना। यदि पूर्ण वाक्यों में उत्तर दें कम बोलने से बचें साक्षात्कारकर्ता को आप में रुचि बनाए रखने के लिये यह आवश्यक है। किन्तु अधिक उत्साह संक्रामक भी हो सकता है और यह बोर्ड के सदस्यों को आपके पक्ष में निर्णय लेने की संभावना को बाधित कर सकता है।
आशावाद (Optimism)
किसी को भी बेवकूफ पसंद नहीं आते हैं, यूपीएससी बोर्ड को दिखाएं कि आप एक सकारात्मक व्यक्ति हैं और अपने जवाबों में सकारात्मक रहें भले ही स्थिति गंभीर हो। समस्याओं के समाधान प्रदान करें और आशा का साथ न छोड़ें, क्योंकि आशावाद उत्साह की तरह एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में फैलता है।
आईएएस साक्षात्कार के दौरान अपनी शारीरिक भाषा के विकास के लिये क्या करें और क्या न करें।
- अपनी बाहों को ऊपर न चढ़ाएं क्योंकि यह एक रक्षात्मक संकेत दर्शाता है।
- कैजुअल रूप से या अनुचित तरीके से पोशाक न करें।
- अति सूक्ष्म शब्दों में जवाब न दें।
- अहंकारी शैली का प्रयोग न करें।
- साक्षात्कारकर्ता के कथन को ठीक करने का प्रयास न करें और बाधा उत्पन्न न करें।
- चर्चा करते समय शारीरिक हाव भाव का ध्यान रखें जैसे - जम्हाई न लें इससे लगता है कि आप बोर हो रहे हैं।
- अपनी मुट्ठी को न छूएं यह आक्रामकता और क्रोध को दर्शाता है।
- घृणा और नर्वस होना घबराहट को दर्शाती है।
- बात करते समय अपना चेहरा न छूएं - इसे कन्फ्यूज (धोका) होने का संकेत माना जाता है।
- अपने सिर पर अंगुलियां फिराने से बचें यह भी अनिश्चितता का संकेत है।
- अपने कपड़ों के बारे में अधिक चिंता न करें और अपनी कुर्सी के किनारे की तरफ न बैठें।
- एक संतुलित मुस्कुराहट के साथ प्रश्नों के स्पष्ट रूप से उत्तर दें और साक्षात्कारकर्ता की आंखों से संपर्क बनाये रखें।
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