आईएएस मुख्य परीक्षा पाठ्यक्रम: बांगला
सिविल सेवा मुख्य परीक्षा पाठ्यक्रम
बांगला (भाषा विषय)
प्रश्न-पत्र-I
नोट: भाषा और साहित्य का इतिहास-उत्तर बांगला में लिखने होंगे।
खंड-क (बांगला भाषा के इतिहास के विषय )
- आद्य भारोपीय से बंगला तक का कालानुक्रमिक विकास (शाखाओं सहित वंशवृक्ष एवं अनुमानित तिथियां)।
- बांगला इतिहास के विभिन्न चरण (प्राचीन, मध्य एवं नवीन) एवं उनकी भाषा विज्ञान-संबंधी विशिष्टताएं।
- बांगला की नीतियां एवं उनके विभेदक लक्षण।
- बांगला शब्दावली के तत्व।
- बांगला ग्द्य-साहित्य के रुप-साधु एवं पतित।
- अपिनिहिति (विप्रकर्ष), अभिश्रुति (उम्लाउट), मूर्ध-न्यीभवन (प्रतिवेष्टन), नासिक्यीभवन (अनुनासिकृत), समीभवन (समीकरण), सादृश्य (एनेलोजी),स्वरागम (स्वर सिन्नवेश), आदि स्वरागम, मध्य स्वरागम अथवा स्वर भक्ति, अंत्य स्वरागम, स्वर संगति (वावल हार्मनी), वाई-श्रुति एवं डब्ल्यू-श्रुति।
- मानकीकरण की समस्याएं तथा वर्ण माला और वर्तनी तथा लिप्यंतरण और रोमनीकरण का सुधार।
- आधुनिक बांगला का स्वनिमविज्ञान, रुपविज्ञान और वाक्य विन्यास। (आधुनिक बांगला की ध्वनियों, समुच्च्यबोधक, शब्द रचनाएं, समास, मूल वाक्य अभिरचना)।
खंड-ख (बांगला सहित्य के इतिहास के विषय)
- बांगला साहित्य का काल विभाजन : प्राचीन एवं मध्यकालीन बांगला।
- आधुनिक तथा पूर्व-आधुनिकता-पूर्व बांगला साहित्य के बीच अंतर से संबंधित विषय।
- बांगला साहित्य में आधुनिकता के अभ्युदय के आधार तथा कारण।
- विभिन्न मध्यकालीन बांगला रुपों का विकास : मंगल काव्य, वैष्णव गीतिकाव्य, रुपांतरित आख्यान (रामायण, महाभारत, भागवत) एवं धार्मिक जीवनचरित।
- मध्यकालीन बांगला साहित्य में धर्म निरपेक्षता का स्वरुप।
- उन्नीसवीं शताब्दी के बांगला काव्य में आख्यानक एवं गीतिका व्यात्मक प्रवृत्तियां।
- ग्द्य का विकास।
- बांगला नाटक साहित्य (उन्नीसवीं शताब्दी, टैगोर, 1944 के उपरांत के बांगला नाट्क )।
- टैगोर एवं टैगोरोत्तर।
- कथा साहित्य प्रमुख लेखक : बंकिमचंद्र, टैगोर, शरतचंद्र, विभूतिभूषण, ताराशंकर, माणिक।
- नारी एवं बांगला साहित्य : सर्जक एवं सृजित।
प्रश्न-पत्र-II
नोट: विस्तृत अध्ययन के लिए निर्धरित पुस्तकें-उत्तर बांगला में लिखने होंगे।
खंड-क
- वैष्णव पदावली : (कलकत्ता विश्वविद्यालय) विद्यापति, चंडीदास, ज्ञानदास, गोविन्ददास एवं बलरामदास की कविताएं।
- चंडीमंगल : मुकुन्द द्वारा कालकेतु वृतान्त, (साहित्य अकादमी)।
- चेतन्य चरितामृत : मध्य लीला, कृष्णदास कविराज रचित (सहित्य अकादमि)।
- मेघनादवध काव्य : मधुसूदन दत्त रचित।
- कपालकुण्डला : बंकिमचन्द्र चट्रर्जी रचित।
- समय एवं बंगदेशेर कृषक : बंकिमचन्द्र चटर्जी रचित।
- सोनार तारी : रवीन्द्रनाथ टैगोर रचित।
- छिन्न पत्रावली : रविन्द्रनाथ टैगोर रचित।
खंड-ख
- रक्त करबी : रवीन्द्रनाथ टैगोर रचित।
- नबजातक : रवीन्द्रनाथ टैगोर रचित।
- गृहदाह : शरदचन्द्र चटर्जी रचित।
- प्रबंध संग्रह : भाग 1, प्रथम चौधरी रचित।
- अरण्यक : विभूतिभूषण बनर्जी रचित।
- कहानियां : माणिक बंद्योपाध्याय रचित।
अताशी मामी, प्रागेतिहासिक, होलुद-पोरा, सरीसृप, हारनेर, नटजमाई, छोटो-बोकुलपुरेर, जात्री, कुष्ठरोगीर बौऊ, जाके घुश दिते होय। - श्रेष्ठ कविता : जीवनाचंद दास रचित।
- जानौरी : सीतानाथ भादुडी रचित।
- इंद्रजीत : बादल सरकार रचित।
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