यूपीएससी प्रारंभिक परीक्षा के लिए विषयवार तैयारी की रणनीति

सिविल सेवा प्रारंभिक परीक्षा के लिए विषयवार तैयारी की रणनीति

How to Prepare Prelims Subject-wise

यूपीएससी प्रारंभिक परीक्षा आईएएस ऑफिसर बनने के इस सफर में आपकी पहली चुनौती है। परीक्षा के इस पहले दौर में प्रतियोगिता सबसे अधिक है और इसी लिये लाखों की संख्या में प्रीलिम्स परीक्षा देने वाले लोगों में से बहुत कम लोग ही मुख्य परीक्षा के लिये चयनित हो पाते हैं।

यहां हम सिविल सेवा प्रारंभिक परीक्षा के लिए विषय-वार तैयारी की रणनीति लेकर आए हैं, जो उम्मीदवार को उसकी तैयारी के लिये सही मार्गदर्शन देने में मदद करेगी। समय प्रबंधन के साथ एक सुव्यवस्थित रणनीति के अनुसार की गयी तैयारी निश्चित रूप से उम्मीदवारों को अन्य दूसरे उम्मीदवारों से बेहतर बढ़त देगी। नीचे कुछ विषय-वार सुझाव दिए गए हैं जो उम्मीदवारों को उनकी सिविल सेवा परीक्षा की तैयारी की रणनीति बनाने में मार्गदर्शन करेंगे।


यूपीएससी करेंट अफेयर्स


हम यह भलीभांति समझते हैं कि यूपीएससी परीक्षा के लिए करेंट अफेयर्स कितना महत्वपूर्ण है और अधिक अंक प्राप्त करने में इसका बहुत महत्व है। उदाहरण के लिये यदि पिछले तीन वर्षों में पूछे गए प्रश्नों को देखें तो हम ये पाते हैं कि लगभग 50-60 प्रतिशत प्रश्न करेंट अफेयर्स पर आधारित रहे हैं, जो लगभग 80 से 100 अंक प्राप्त करने लायक थे।

ऐसे कई उम्मीदवारों हैं जो करेंट अफेयर्स की तैयारी को कठिन मानते हैं, क्योंकि इसका कोई एक परिभाषित पाठ्यक्रम नहीं होता। उम्मीदवार इसके लिये स्वयं से या फिर कोचिंग कक्षाओं की मदद से तैयारी करते हैं। ध्यान देने योग्य बात यह है कि कोई मुद्दा समाचारों में क्यों था, और परीक्षा की दृष्टि से यह समझना होता है कि यह किस बारे में है और समाचार की सुर्खियों में रहे उस मुद्दे को यूपीएससी पाठ्यक्रम के साथ कैसे सहसंबंधित किया जाए।

उम्मीदवारों को नियमित रूप से अखबार पढ़ने की आदत डालनी चाहिए और उसमें से नोट्स बनाना चाहिए, यह गलत नहीं होगा यदि अभ्यर्थी स्वयं ही करेंट अफेयर्स के लिए पाठ्यक्रम का निर्माण करें और उसी के अनुसार तैयारी करें।

और अधिक पढ़ें: यूपीएससी परीक्षा के लिए करेंट अफेयर्स की तैयारी कैसे करें।


कला और संस्कृति


इस विषय ने यूपीएससी परीक्षा में समय के साथ-साथ अपना एक स्थान बना लिया है और यह प्रारंभिक और मुख्य परीक्षा दोनों के लिए महत्वपूर्ण हो गया है। इस विषय पर ध्यान केंद्रित करने वाले क्षेत्र वास्तुकला, नृत्य रूप, लोक संस्कृतियां, पेंटिंग, मार्शल आर्ट आदि होंगे।

कला और संस्कृति के लिए उपयोगी पुस्तकें:

  • एनसीईआरटी पुस्तक - भारतीय कला का परिचय (कक्षा 11वीं)
  • एनआईओएस (NIOS) - कला और संस्कृति
  • सीसीआरटी (CCRT) वेबसाइट से इस विषय को अच्छी तरह से तैयार करने के लिए मदद ले सकते हैं।
  • करंट अफेयर्स के माध्यम से कला और संस्कृति पर ध्यान दें जो खबरों में रही और यदि संभव हो तो पिछले साल के यूपीएससी प्रश्न पत्रों के माध्यम से अधिक से अधिक प्रश्न करने का अभ्यास करें।

उम्मीदवारों को यह भी सलाह दी जाती है कि इस विषय में पूछे गए प्रश्नों के बारे में उचित विचार प्राप्त करने के लिए इस विषय पर अधिक समय व्यर्थ न करें, इसके बजाय वे पिछले वर्ष के प्रश्न पत्रों को देखें और उन्हें हल करके अभ्यास करें।


इतिहास


यदि हम इतिहास विषय के पिछले वर्षों के प्रश्नपत्रों पर नजर डालें तो ये पता चलता है कि इतिहास के लिये भी अब तक यूपीएससी परीक्षा पैटर्न में ज्यादा बदलाव नहीं देखा गया है। प्राचीन और मध्यकालीन इतिहास के लिये अभ्यर्थी सिंधु घाटी सभ्यता, जैन धर्म, बौद्ध धर्म, मुगल और दक्षिणी राज्य प्राचीन और मध्यकालीन इतिहास जैसे महत्वपूर्ण टॉपिक्स पर अपना फोकस रखें।

आधुनिक इतिहास:

  • वर्ष वार मुख्य कांग्रेस सत्र, अध्यक्ष और महत्वपूर्ण संकल्प
  • महत्वपूर्ण वायसराय (Viceroys) और महत्वपूर्ण निर्णयों के साथ उनकी अवधि
  • भारत सरकार अधिनियम 1909, 1919, 1935 और चार्टर अधिनियम इत्यादि का अध्ययन

भूगोल


  • भारतीय भूगोल
  • विश्व भूगोल के तहत मानचित्र पढ़ना पर्याप्त रहेगा।
  • उन क्षेत्रों पर ध्यान केंद्रित किया जाना चाहिए जो हाल ही में मानचित्र में चर्चा में रहे हों। उदाहरण के लिए, कावेरी विवाद, द्वीप मुद्दे के कारण दक्षिण चीन सागर इत्यादि।
  • भारतीय भूगोल में मानचित्र पढ़ना भी महत्वपूर्ण है, क्योंकि भारतीय मानचित्र पर आधारित भूगोल के पेपर में कम से कम 1 प्रश्न तो पूछा ही जाता है।
  • 8वीं से 12वीं कक्षा के एनसीईआरटी तथा गोह चेंग लिओंग द्वारा सर्टिफिकेट फिजिकल एंड ह्यूमन जियोग्राफी पुस्तक से अध्ययन करें।

राजनीति


राजव्यवस्था विषय की तैयारी करते समय भारतीय संविधान टापिक पर विशेष ध्यान देना होगा:

  • मौलिक अधिकार
  • राज्य नीति पर निदेशक सिद्धांत
  • मौलिक कर्तव्य
  • राष्ट्रपति और संसद सबसे महत्वपूर्ण हैं।
  • अध्ययन करते समय पढ़े जाने वाले समाचारों से जुडे मुद्दे संविधान के प्रावधानों से संबंधित होना चाहिए।
  • सरकारी योजनाएं और नीतियां
  • पुस्तकें: लक्ष्मीकांत की भारतीय राजनीति, सुभाष कश्यप तथा पीएम बख्शी की पुस्तकों से तैयारी करें।

अर्थव्यवस्था


भारतीय अर्थव्यवस्था से संबंधित बुनियादी अवधारणाओं, अंतर्राष्ट्रीय संगठन, करंट अफेयर्स आदि पर विशेष ध्यान देना चाहिए तथा अर्थशास्त्र विषय को कवर करने का सबसे प्रभावी तरीका यह होगा कि हाल के मुद्दों को अर्थशास्त्र की बुनियादी अवधारणाओं के साथ जोड़ा जाए।

पुस्तकें: 11वीं और 12वीं कक्षा एनसीईआरटी, अर्थव्यवस्था से जुड़े प्रमुख समाचार तथा आरबीआई और सरकार द्वारा की जाने वाली पहल इत्यादि।


पर्यावरण और पारिस्थितिकी


यूपीएससी द्वारा किये गये परीक्षा पैटर्न संशोधन 2013 के बाद यह विषय के बाद से प्रमुख हो गया, जब भारतीय वन सेवा प्रारंभिक परीक्षा को सिविल सेवा प्रारंभिक परीक्षा में मिला दिया गया।

अभ्यर्थी को पर्यावरण और पारिस्थितिकी से संबंधित बुनियादी अवधारणाओं से अवगत होना चाहिए। इसके लिये हमें पर्यावरण और पारिस्थितिकी से जुड़ी समसामयिकी पर फोकस रखना चाहिये क्योंकि इस खंड में समाचारों में रहे ज्यादातर हाल के मुद्दों से प्रश्न आते हैं।

  • राष्ट्रीय उद्यानों का स्थान
  • वन्यजीव
  • अभयारण्यों
  • भारत में लुप्तप्राय प्रजातियां और उनके आवास
  • जलवायु परिवर्तन पर विभिन्न अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन

पुस्तकें: पर्यावरण शिक्षा पर कक्षा 9वीं और 10वीं आईसीएसई बोर्ड की किताबें तथा समसामयिक घटनाओं के लिए प्रमुख समाचार पत्र व संबंधित पत्रिकायें पढ़ी जाने चाहिये।


विज्ञान और प्रौद्योगिकी


इसकी तैयारी के लिये अभ्यर्थी विज्ञान और प्रौद्योगिकी से जुड़ी बुनियादी अवधारणाओं पर ध्यान दें।

समसामयिक घटनाएँ संबंधित समाचारों में आने वाले मुद्दे:

  • अंतरिक्ष से जुड़ी खबरें
  • भारत की उपलब्धियां
  • क्रांतिकारी नवाचार और नोबेल पुरस्कार

अध्ययन स्रोत: एनसीईआरटी की 11वीं और 12वीं कक्षा की फिजिक्स, केमिस्ट्री और बायोलॉजी की किताबें तथा संबंधित प्रमुख समाचार पत्र।

तैयारी से जुड़े अन्य महत्वपूर्ण लेख:

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