सिविल सेवा मुख्य परीक्षा के लिए अनिवार्य भाषा के प्रश्नपत्र की तैयारी कैसे करे।
अनिवार्य भाषा के प्रश्नपत्र की तैयारी के लिये रणनीति।
यूपीएससी सिविल सेवा परीक्षा में कुल दो (2) अनिवार्य भाषा के प्रश्नपत्र होते हैं जो कि क्वालिफाइंग होते हैं। लेकिन हर वर्ष यह देखा गया है कि लगभग 10% उम्मीदवार सामान्य अध्ययन और वैकल्पिक विषयों में अच्छे अंक प्राप्त करने के बावजूद भी भाषा के पेपर पास करने में असफल रहते हैं। इसमें सबसे बड़ी चिंता की बात यह है कि भाषा के पेपर में असफल होने पर अन्य पेपरों में अर्जित किये गए अंको का खुलासा नहीं किया जाएगा। इसलिए यह सलाह दी जाती है कि भाषा के प्रश्नपत्रों को गंभीरता से लें, भले ही उनके अंकों को अंतिम परिणाम में नहीं जोड़ा जाता है।
सिविल सेवा मुख्य परीक्षा में अनिवार्य भाषा के पेपर में 2 पेपर होते हैं:
- अंग्रेजी भाषा (300 अंक)
- कोई भी एक भारतीय भाषा (300 अंक)
भाषा पेपर के लिए क्वालीफाइंग अंक
यूपीएससी अधिसूचना के अनुसार इन दोनों पेपरों के लिए न्यूनतम 25% अंक यानि प्रत्येक पेपर में 75 अंक प्राप्त करने होते हैं। यह न्यूनतम कट ऑफ स्कोर करना इतना भी मुश्किल नहीं है, क्योंकि इनका पाठ्यक्रम भी सरल है। इस लेख में हम इन दोनो विषयों में सफल होने के लिये कुछ आवश्यक व ध्यान देने योग्य बातों चर्चा करेंगे और एक रणनीति के अनुसार परीक्षा की तैयारी करेंगे।
अनिवार्य अंग्रेजी पेपर
इस प्रश्नपत्र का उद्देश्य उम्मीदवार की गंभीर वर्णनात्मक गद्य (descriptive prose) को पढ़ने और समझने की क्षमता का परीक्षण करना और अपने विचारों को स्पष्ट और सही ढंग से व्यक्त करना है। तो, आइए अंग्रेजी के इस पेपर के पैटर्न को समझते हैं।
पेपर पैटर्न | कुल अंक |
---|---|
1. (लघु निबंध) Short Essay | 100 |
2. पाठ-बोधन (Reading Comprehension) | 75 |
3. संक्षेपण/सार-लेखन (Precis Writing) | 75 |
4. (उपयोग और शब्दावली) Usage and Vocabulary | 50 |
(लघु निबंध) Short Essay
इस प्रश्नपत्र में कुल चार (4) निबंध टॉपिक दिए जाते हैं। जिसमें से किसी एक का उत्तर देना होता है। इस निबंध पेपर का उद्देश्य किसी उम्मीदवार के चुने हुए टापिक/विषय के बारे में उसके गहन ज्ञान का परीक्षण करना नहीं है, बल्कि इसका उद्देश्य यह है कि क्या कोई उम्मीदवार अपने विचारों व भावनाओं को अंग्रेजी में बुनियादी स्तर पर व्यक्त कर सकता है अथवा नहीं। निबंध की शब्द सीमा 600 शब्द होती है। इसलिए, उम्मीदवार को इस निबंध के लिए विशेष रूप से तैयारी करने की आवश्यकता नहीं है। इस पेपर की तैयारी के लिये अखबार के नियमित पढ़ने से आपकी भाषा और लेखन कौशल में सुधार होगा जिससे निबंध लेखन में मदद मिल सकती है।
मुख्यत: निबंध को 3 भागों में संरचित करना चाहिये:
- परिचय
- मुख्य भाग
- निष्कर्ष
नोट: इस तरह से लिखा गया निबंध व्यवस्थित दिखता है, साथ ही साथ यह सुनिश्चित करें कि आप लिखना शुरू करने से पहले निबंध की संरचना पर एक बार विचार-मंथन अवश्य करें।
पाठ-बोधन (Reading Comprehension)
इस खंड में अच्छे अंक अर्जित करने के लिये दिये गये पैसेज के सार को ध्यान से समझने पढ़ना और समझना अतिआवश्यक है, पैसेज का सार, विषय और लेखक की राय पर विषेश ध्यान देना चाहिये। यह सलाह दी जाती है कि पैसेज पढ़ते समय ही उसके महत्वपूर्ण बिंदुओं को हाइलाइट करें, फिर प्रश्नों को अच्छी तरह से पढ़ें और उत्तर देने से पहले गद्यांश को दोबारा फिर से पढ़ें क्योंकि गद्यांश में प्रश्नों के उत्तर देने के लिए सीधे संकेत होंगे। ध्यान रहे कि उत्तर लिखते समय अपने उत्तर को स्पष्ट और संक्षिप्त रूप से व्यक्त करें।
सार-लेखन (Precis Writing)
यह इस पेपर का सबसे कठिन हिस्सा है क्योंकि 1000 शब्दों के निबंध को बिना सार खोए सिर्फ 1/3 (एक तिहाई) के रूप में सटीकता से लिखना वास्तव में एक चुनौती भरा कार्य है। इसके अलावा निर्धारित समय सीमा के भीतर दिए गए पैसेज से कुशलतापूर्वक उत्तर देना भी एक कठिन कार्य है। यह सलाह दी जाती है कि दिए गए गद्यांश को ध्यान से पढ़ें और इसमें शामिल मूल विचारों को समझें। फिर एक रफ ड्राफ्ट तैयार करें जिसमें सभी महत्वपूर्ण बिंदु होंगे। बाद में इसे बताए गए भागों/बिन्दुओं के अनुसार संरचित किया जाना चहिये। निबंध लिखते समय बहुत विवेकपूर्ण रहें और कोशिश करें कि लेखों को बहुत विस्तृत न होने दें। नोट: गद्यांश में दिए गए मूल विचार से कभी भी विचलित न हों, और प्रश्नपत्र की समय सीमा का ध्यान रखें।
उपयोग और शब्दावली (Usage and Vocabulary)
इस खंड निम्नलिखित टापिकों में 1-1 अंको वाले कई प्रश्न होंगे:
-
वाक्य सुधारना
-
मिसिंग/लुप्त शब्दों की पूर्ति
-
क्रिया के सही रूप का उपयोग करना
-
विलोम व समानार्थी लिखना
-
निर्देशानुसार वाक्य को फिर से लिखना
-
निर्देशानुसार वाक्य बनाना
-
रिक्त स्थान भरें
-
वाक्यांशों का उपयोग करके वाक्य बनाना
नोट: जैसा कि आप देख सकते हैं, ये प्रश्न बहुत ही सरल हैं और मैट्रिक लेवल या समकक्ष स्तर के होते है। इन प्रश्नों को यथाशीघ्र समाप्त करने का प्रयास करें क्योंकि ये अधिक समय लेने वाले नहीं हैं।
समय प्रबंधन
जहां तक समय प्रबंधन का संबंध है, इसके लिये सटीक लेखन वाला भाग सबसे बड़ी चुनौती है। यदि आपके पास लिखने की अच्छी गति है, तो बाकी अनुभागों को कोई समस्या नहीं होनी चाहिए। नीचे दी गई तालिका में सभी भागों के लिये उप्युक्त समय सीमा के क्रम दिये हैं, जिसके अनुरूप इन अनुभागों को हल करने का प्रयास किया जाना चाहिए।
पेपर | समयावधि |
---|---|
1. (लघु निबंध) Short Essay | 50 मिनट |
2. पाठ-बोधन (Reading Comprehension) | 45 मिनट |
3. संक्षेपण/सार-लेखन (Precis Writing) | 55 मिनट |
4. (उपयोग और शब्दावली) Usage and Vocabulary | 30 मिनट |
अनिवार्य भारतीय भाषा का पेपर
यूपीएससी का उद्देश्य हमारे संविधान की 8वीं अनुसूची के तहत सूचीबद्ध भारतीय भाषाओं के संबंध में एक उम्मीदवार की बुनियादी दक्षता यानी पढ़ने, लिखने और समझने के कौशल का परीक्षण करना है। आइए पेपर के पैटर्न को देखें।
पेपर पैटर्न | कुल अंक |
---|---|
1. (लघु निबंध) Short Essay | 100 अंक |
2. पाठ-बोधन (Reading Comprehension) | 60 अंक |
3. संक्षेपण/सार-लेखन (Precis Writing) | 60 अंक |
4. (उपयोग और शब्दावली) Usage and Vocabulary | 40 अंक |
5. (अनुवाद) Translation (2) | 40 अंक |
सिविल सेवा परीक्षा के लिए भारतीय भाषाएं और लिपियां
भाषा माध्यम व भाषाओं के साहित्य के लिए उम्मीदवारों द्वारा उपयोग की जाने वाली लिपियाँ निम्नानुसार होंगी:
भाषा | लिपियाँ |
---|---|
1. Assamese | Assamese |
2. Bengali | Bengali |
3. Gujarati | Gujarati |
4. Hindi | Devanagari |
5. Kannada | Kannada |
6. Kashmiri | Persian |
7. Konkani | Devanagari |
8. Malayalam | Malayalam |
9. Manipuri | Bengali |
10. Marathi | Devanagari |
11. Nepali | Devanagari |
12. Odiya | Odiya |
13. Punjabi | Gurumukhi |
14. Sanskrit | Devanagari |
15. Sindhi | Devanagari or Arabic |
16. Tamil | Tamil |
17. Telugu | Telugu |
18. Urdu | Persian |
19. Bodo | Devanagari |
20. Dogri | Devanagari |
21. Maithili | Devanagari |
22. Santhali | Devanagari or Olchiki |
नोट - 1: संथाली भाषा के लिए प्रश्न पत्र देवनागरी लिपि में मुद्रित किया
जाएगा; लेकिन उम्मीदवार या तो देवनागरी लिपि में या ओलचिकी में उत्तर देने के लिए
स्वतंत्र होंगे।
नोट - 2: अरुणाचल प्रदेश, मणिपुर, मेघालय, मिजोरम, नागालैंड और सिक्किम
राज्यों के उम्मीदवारों के लिए भारतीय भाषा अनिवार्य पेपर अनिवार्य नहीं होगा।
भारतीय भाषा के पेपर में अनुवाद और उपयोग और शब्दावली अनुभागों के अलावा दूसरों के लिए रणनीति लगभग अंग्रेजी के पेपर की तरह ही होती है। नीचे कुछ सुझाव दिए गए हैं जो आपकी भाषा के पेपर की तैयारी में आपकी सहायता कर सकते हैं:
इस पेपर में उम्मीदवारों को सबसे बड़ी कठिनाई का सामना करना पड़ता है क्योंकि हममें से अधिकांश ने अपनी मूल भाषा से संपर्क खो दिया होगा। हमारी मूल भाषा में हमारे लेखन और समझने के कौशल में हमारे स्कूल के दिनों से ही काफी गिरावट आई होगी क्योंकि हम अपने दैनिक कार्यों को अंग्रेजी में करने के आदी हैं। इस कमी को दूर करने लिये हमें नियमित आधार पर अपनी मूल भाषा की समझ को मजबूत करने का अभ्यास करना होगा जिसके लिये अभ्यर्थी को परीक्षा से कुछ सप्ताह पहले अपनी भाषा के समाचार पत्र पढ़ने चाहिय। इससे प्रकार के अभ्यास से भाषा से जुड़ी शब्दावली, वाक्य निर्माण और उसे समझने के कौशल में सुधार करने में मदद मिलेगी।
मूल लिपि में लेखन की धीमी गति भी चिंता का विषय है, किन्तु इसके लिये अखबार पढ़ने के तुरंत बाद टापिक से संबंधित एक छोटा निबंध लिखकर इसका भी अभ्यास किया जा सकता है। इस प्रकार से लेखन की गति को सुधारने के लिए कुछ सप्ताह का अभ्यास भी पर्याप्त रहेगा। अनुवाद वाले अनुभाग में 2 प्रश्न हैं जिनमें आपको मूल भाषा से अंग्रेजी में और दूसरे प्रश्न के लिए इसके विपरीत अनुवाद करने की आवश्यकता होती है। अनुवाद करते समय शब्द से शब्द के शाब्दिक अनुवाद से बचने की सलाह दी जाती है, क्योंकि यह उस सार को दूर ले जाएगा जो दिया गया पैसेज बताने की कोशिश कर रहा है। सबसे अच्छी रणनीति यह है कि एक बार पूरे पैसेज को पढ़ लें और फिर यह सुनिश्चित करते हुए अनुवाद करना शुरू करें कि सभी महत्वपूर्ण बिंदु, अर्थ और वाक्यांश बरकरार हैं।
उपयोग और शब्दावली अनुभाग अंग्रेजी के पेपर से थोड़ा अलग है। इसमें व्याकरण से संबंधित कुछ बुनियादी अवधारणाएं, मूल शब्द, वाक्य निर्माण और लोकप्रिय साहित्यिक कार्यों, उस भाषा के कवियों से संबंधित कुछ सामान्य ज्ञान शामिल हैं। इस खंड के लिए सबसे अच्छा संदर्भ मैट्रिक स्तर की भाषा की किताब होगी जिसमें व्याकरण संबंधी अवधारणाएं हों।
समय प्रबंधन
पेपर | कुल समय |
---|---|
1. (लघु निबंध) Short Essay | 45 मिनट |
2. पाठ-बोधन (Reading Comprehension) | 30 मिनट |
3. संक्षेपण/सार-लेखन (Precis Writing) | 45 मिनट |
4. (उपयोग और शब्दावली) Usage and Vocabulary | 30 मिनट |
5. (अनुवाद) Translation (2) | 30 मिनट |
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